सीरिया के राष्ट्रपति देश छोड़कर भागे... दमिश्क में दाखिल हुए विद्रोही, ईरान-हिजबुल्लाह को बड़ा झटका

दमिश्क: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद कथित तौर पर दमिश्क छोड़कर एक अज्ञात लोकेशन पर भाग गए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने दो सीनियर मिलिट्री अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है। एक विमान में सवार होकर वह भागे हैं। राष्ट्रपति के भागने की खबर

4 1 12
Read Time5 Minute, 17 Second

दमिश्क: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद कथित तौर पर दमिश्क छोड़कर एक अज्ञात लोकेशन पर भाग गए हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने दो सीनियर मिलिट्री अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी है। एक विमान में सवार होकर वह भागे हैं। राष्ट्रपति के भागने की खबर तब आई है जब विद्रोही बलों ने दावा किया है कि उन्होंने राजधानी में घुसना शुरू कर दिया है और उनका मुकाबला करने के लिए सीरिया की सेना मौजूद नहीं है। यह ईरान और हिजबुल्लाह के लिए बड़ा झटका है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दमिश्क के एक मुख्य चौराहे पर हजारों लोग जमा हैं। कई लोग पैदल तो कई लोग कारों से आ रहे हैं।
भीड़ आजादी के नारे लगा रही है। विद्रोहियों ने एक बयान जारी करते हुए कहा , 'हम सीरियाई लोगों के साथ सेडनाया जेल में हमारे कैदियों को मुक्त करने और उनकी जंजीरों को तेड़ने की घोषणा करते हैं। अन्याय के युग की समाप्ति हो गई है।' सेडनाया दमिश्क के बाहरी इलाके में एक बड़ी सैन्य जेल है जहां सीरियाई सरकार ने हजारों लोगों को हिरासत में लिया था। सेडनाया जेल अपनी कठोर परिस्थितियों और मानवाधिकारों के हनन के लिए कुख्यात है। लंबे समय से यह असद की सरकार के दमन का प्रतीक रही है।

नक्शे से गायब हुआ विमान

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक फ्लाइटराडार वेबसाइट के डेटा के मुताबिक सीरिया एयर के एक विमान ने दमिश्क हवाई अड्डे से लगभग उसी समय उड़ान भरी जब राजधानी पर विद्रोहियों की ओर से कब्जे की जानकारी मिली थी। विमान ने शुरु में सीरिया के तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहा था, जो असद का गढ़ है। लेकिन फिर अचानक यू-टर्न लिया और नक्शे से गायब हो गया। विमान में कौन सवार था इसकी पुष्टि नहीं की जा सकती है।

\\\"स्वर्णिम
+91 120 4319808|9470846577

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

Manmohan Singh: जब SAD से बगावत कर सुखदेव ने बचाई थी मनमोहन सरकार, NDA में अकाली दल की हो गई थी किरकिरी

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। वर्ष 2008 में परमाणु संधि को लेकर जब वामपंथी दलों ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार से समर्थन वापस ले लिया तो सरकार संकट में आ गई। ऐसे मौके पर शिरोमणि अकाली दल जो एनडीए का हिस्सा था के पास आठ सांसद थे।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now